चुदाई गे कहानी एक जवान कॉलेज बॉय की: 1

चुदाई गे कहानी: हेलो दोस्तों, मेरा नाम समीर हैं। मेरी उम्र 25 साल हैं। मैं बुलडाणा शहर में रहता हु, जो महाराष्ट्र राज्य में स्थित हैं।
मेरा शरीर भरापूरा पूरी लड़की की तरह हैं। भरापूरा शरीर होने के कारन मेरी छाती पूरी औरत के स्थन की तरह दिखाई देती हैं।
किसी को भी मुजसे कांटेक्ट करना हैं तो [email protected] यह मेरी ईमेल आई डी हैं।
चलिए मेरी कहानी की और चलते हैं, यह बात आज से 7 साल पहले की हैं, जब मेरी उम्र 18 साल थी, उस समय मैं बारावी कक्षा मैं था। उस समय से मेरा शरीर भरापूरा था, मैं जब चलता था तब मेरी छाती बूब की तरह और मोटी गांड हिलती थी।
उस समय नया नया जवानी मैं आया था, मुझे पहले से लड़को में इंटरेस्ट था। मैं सपने भी देखता था, उस सपने में लड़के ही मुझे चोदते दीखते थे। मेरे कॉलेज मैं एक दोस्त था अंकित,जो १९ साल का, दिखने में सावला, हाइटेड और कसा हुवा शरीर वाला लड़का था।
अंकित सुबह कॉलेज करने के बाद दुपहर से अपने खेत में काम करता था, इस कारण उसका शरीर पूरा कैसा हुवा था। मैं अंकित को बोहत पसंद करता था।
अंकित भी दूध का दुला नहीं था। एक दिन अंकित ने मुझे कहा,” अरे समीर क्या तूने कभी किसी को चोदा हैं?”
मैंने शरमाते हुवे कहा,”नहीं ”
अंकित ने कहा,”कल कॉलेज में सुबह छः बजे आना, मैं तुझे सेक्स कैसे करते हैं मोबाईल में बताउगा। ”
यह सुन कर मेरे अरमान जग गए, घर जाने के बाद मैं दिन भर अंकित के बारे मैं सोचता रहा, रात में भी मुझे रात भर नींद नहीं आयी। सुबह ५ बहे उठा कर मैं कॉलेज गया, सुबह सुबह कॉलेज कोई नहीं आया था, मैंने कॉलेज के गेट पर आकर अंकित को कॉल किया ,”कहा हो ?”
अंकित ने कहा,”कॉलेज के छत पर आजाओ। ”
मैं कॉलेज के छत पर गया, वह अंकित पुरे कपडे उतर कर पुश अप मार रहा था , उसका शरीर देख कर मेरी हालत बुरी हो गया थी। उभरी छाती, स्लिम पेट, शरीर पर काले छोटे छोटे मिलायम बाल, पुरे शरीर पर पसीना और उसपर टाइट अंडरवेअर में उभरता हुवा लंड।
मुझे देखकर अंकित ने पुशअप मरने बंद किये और कहा, “मुझे रोज ६ बजे एक्ससाइस करने की आदत हैं, आज नहीं कर पाया तो सोचा यहाँ करलु। ”
अंकित ने पसीना पोछने के बाद अपनी शरीर पर अपने कसिले शरीर पाफियूम मारा और कहा,”यार समीर! मेरी मांडियो में दर्द हो रहा हैं थोड़ा मसाज करके देगा। ”
मैंने “हां ‘ कहा। अंकित अपने दंगे फैलाकर बैठ गया। और मैं उसके मांडिया दबाने लगा। मैं उसके इतने करीब था की उसके बंदन की खुशबु मैंने रोम रोम को पागल कर रही थी।
मैं उसकी मांडियों पर मसाज करते वख्त शर्मा रहा था। अंकित ने और भी मांडिया फैलादी, और कहा,”मसाज थोड़ा मेरी जांग तक करना!”
जांग पर हात जाने से अंकित का लंड टाइट हो रहा था। अब इतना टाईट हो गया था मेरे हात को टच होने लगा था। अंकित को देख कर ऐसे लग रहा था की, उसे मजा आ रहा हो। अंकित ने कहा,” यार मेरा लंड भी न ! कभी भी खड़ा हो जाता हैं। समीर तुझे लंड हात लगाने से घिन नहीं आती हैं न ?”
मैंने शरमाते हुवे “नही” में मुंडी हिलायी। अंकित ने कहा,”तू तो दुल्हन की तरह शर्मा रहा हैं !”
मैं उसका देखे जा रहा था। अंडरवेअर मैं से उसका लंड ऐसे लग रहा था की मानो किसीने उसकी अंडरवेअर में कर्म कर्म ६ इंच लंबा २.५ इंच मोटा पाइप रख दिया हो। अंत में मसाज करने के बाद अंकित ने कहा,” यार मेरा लंड अंडरवेयर में डाब रहा हैं, मैं अंडरवेअर उतार लेता हु। ”
अंकित ने बैठे बैठे ही अपनी अंडरवेअर उतार कर बाजु मैं फैक दी। उसका लंड अब मेरी आखो के सामने था ६ इंच लम्बा २. ५ मोटा , कलसार लंड जिसका टोपा गुलाबी था। मैंने अभी तक ब्लू पिचिर में ही लंड चूसते हुवे देखा था, अभी तक कभी भी किसी का भी लंड नहीं चूसता।
पर मुझे ऐसा लग रहा था की अंकिता का लंड अभी चूस लू और उसका गरम पानी पीलू।
अंकित ने मुझे देखा की मेरा पूरा ध्यान उसके लंड पर था, अंकित ने कहा,”मेरे लंड की भी मसाज करके देगा क्या ?”
मैंने शरमाते हुवे “हा ” कहा। पर अंकित ने कहा,”लंड चूसेगा मेरा?”
मैं शर्म रहा था, पर अंकित ने मेरा मुँह पकड़ा और अपने लंड पर लाया, उसके लंड की मर्दाना खुशबू वहहह ! मैंने अंकित का लंड मुँह में लेकर उसका टोपा चूसने लगा। जब ही निचे से कुछ गिरने की आवाज आ गयी।
अंकित ने कहा,”लगता हैं कोई आगया हैं, चल निचे चलते हैं। ”
मैं शर्म रहा था, पर अंकित ने मेरा मुँह पकड़ा और अपने लंड पर लाया, उसके लंड की मर्दाना खुशबू वहहह ! मैंने अंकित का लंड मुँह में लेकर उसका टोपा चूसने लगा। जैसे मैंने उसका टॉप मुँह में लिया अंकित के मुँह से आवाज आयी,”अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह महहहहस्त, चूस मेरी जान।
अंकित ने मेरा मुँह पकड़ा और जब ही गले तक अपना लंड लोटा। और कहा,”अंदर तक ले मेरी जान, तेरे मुँह को चोदुँगा आज !”
अंकित ने मेरे मुँह को चोदना सुरु कर दिया। १० – १५ मिनिट चोदने के बाद अंकित के लंड का गर्म गर्म पानी मेरे मुँह में ही निकल गया। मैं उसका पूरा पानी पि लिया। अंकित शांत हो गया था।
चुदाई गे कहानी एक कॉलेज के लड़के की जिसको गांड मरवाने का शौक़ है
फिर भी मैं अंकित का लंड चाटते और चूसते जा रहा था। यह देख कर अंकित कहा,”लगता हाँ तेरी प्यास नहीं भुजी, चल मैं तेरी प्यास भुजाता हु।”
अंकित मेरे मुँह तक आया और मुझे किसिंग करने लगा। और मुझे कहा,”तू जब भी चलता हैं तेरी हिलती गांड देख कर मेरा मन बोहत करता हैं की तेरी गांड मरू। तेरे हिलते बूब देखकर लगता हैं तेरे बूब चुसू। क्या तुझे कुछ नहीं महसूस होता था? ”
मैंने कहा,”मुझे भी लगता था की तेरी बॉडी पर हाट रखकर तुझे चुमू।”
अंकित ने लाबी सास लेते हुवे कहा,”और !”
पर निचे से कुछ गिरने की आवाज आ गयी। अंकित ने कहा,”लगता हैं कोई आगया हैं, चल निचे चलते हैं। ”
अंकित ने पुरे कपडे पहने और हम निचे चले गयी।