चुदाई गे स्टोरी एक अंजान सेक्सी लौंडे ने साथ: 1

Drunk horny guy getting a handjob from gay roommate

चुदाई गे स्टोरी: एक पुरानी बात है. ये बात तब की है जब मेरी उम्र २३ साल थी. मेरा नया नया जॉब लगा था और मेरी पोस्टिंग म. प्र. के एक गांव में हुई थी. रहने के लिए २ण्ड फ्लोर पे एक छोटा सा फ्लैट था जिसमे एक छोटा सा हाल, एक बैडरूम और एक किचन और बाथरूम था.

मै अकेला ही वह रहता था और रोज सुबह नहा धो के तैयार हो के ऑफिस चला जाता था. नाश्ता रास्ते में एक होटल में कर लेता था. मैंने किचन में कुछ भी सामान नहीं लाया था. ऑफिस में सिर्फ ४ लोग काम करते थे. शाम को आने के बाद गांव में घूम के ऐसे ही टाइम पास करता था और रात में उसी होटल में जा के खाना खा लेता था और एके सो जाता था. बड़ी बोर जिंदगी चल रही थी.

बचपन में स्कूल में मेरे दोस्तों ने मुझे गे बॉटम बना दिया था. एक दिन शाम को गांव में घूमते घूमते मेरी नज़र वह खेल रहे लड़को पर पड़ी और मेरी हवस जागने लगी और मेरे मन में सेक्स के विचार आने लगे. मैंने सोचा यहाँ पर मुझे कोई नहीं पहचानता यहाँ पर कुछ मजे किये जा सकते है.

अब मै रोज शाम को ग्राउंड का चक्कर लगाने लगा और लड़को पे नज़र रखने लगा. मुझे उसमे से ३-४ लड़के बोहोत पसंद आ गए. वो सब गेहुए रंग के और मस्त स्लिम बॉडी के थे. गांव के लड़के और रोज खेलने की वजह से मस्त बॉडी थी उनकी. उन लड़को की उम्र १८-२० साल थी. अब मै धीरे धीरे उन लड़को से बातचीत करने लगा और उनके साथ खेलने भी लगा.

अब हम कुछ लड़के लोग रात में खाना खाने के बाद भी एक पान की दुकान पर मिलने लगे. एक दिन ठंडी के मौसम में रात में खाना खाने के बाद एक ही लड़का आया. वो लड़का गेहुए रंग का मस्त गदराया हुआ चिकना माल था.

उस पर मेरी नज़र बोहोत दिनों से थी. हम दोनों अकेले ही बात कर रहे थे तो मैंने उसे कहा की यार ठण्ड बोहोत है चल मेरे फ्लैट पे चलते है. वह पर बैठ के बाते करेंगे. वो थोड़ा न नुकुर के बाद मान गया. मेरे मन में अलग अलग प्लान बनने लगे और मै उत्तेजित होने लगा. रूम पे जाने के बाद इधर उधर की बाते होने लगी.

थोड़ी देर बाद मैंने जान बुझ कर लड़की का और सेक्स का टॉपिक शुरू किया. वो थोड़ा असहज होने लगा और थोड़ा शर्माने लगा लेकिन थोड़ी देर में मेरी बातो से वो भी मूड में आके सेक्स की बाते करने लगा. मैंने कहा यार मेरी पैंट टाइट है मै चेंज कर लेता हु और अन्दर जाके सिर्फ एक छोटी से चड्डी और टी शर्ट पहन कर बाहर के रूम में आ गया.

मैंने उस से पूछा की उसने कभी सेक्स किया है क्या तो इस बात को वो थोड़ा टालने लगा. मै समझ गया की की कुछ तो है. मैंने जोर देकर पूछा तो वो बोला की उसने ३ बार उसकी मामा की लड़की के साथ सेक्स किया है. उसकी मामा की लड़की उस से उम्र में ३ साल बड़ी है, उसने ही उसे सेक्स करना सिखाया.

अब वो उत्तेजित होने लगा था और मै भी बोहोत उत्तेजित होने लगा था.

मैंने रमेश से कहा की यार ठण्ड लग रही है चल रजाई में बैठ के बाते करेंगे. अब बातो में उसे भी मजा आने लगा था तो वो मान गया और मै उसे बैडरूम में ले गया. वह पर मेरे पास सिंगल बेड ही था ही दिवार से सटा हुआ था. हम दोनों दिवार से पीठ टिका के बैठ गए और ऊपर से रजाई डाल ली.

फिर मैंने उसे गरम करने के लिए उसके सेक्स एक्सपीरियंस की बाते डिटेल में करनी शुरू की और वो और भी गरम होने लगा. फिर मैंने धीरे से उस से पूछा की स्कूल में कभी किसी लड़के के साथ किया है क्या तो वो थोड़ा चौंक गया लेकिन कुछ नहीं बोलै. मैंने फिर से पूछा. मैंने कहा यार इसमें कोई नयी बात नहीं है, सभी स्कूल में सभी बच्चे करते है.

रमेश ने मुझ से पूछ तुमने किया है क्या तो मैंने सहज ही जवाब दिया की हां, मैंने कई बार किया है स्कूल में. तब वो सहज हो गया और बोलै की हमारे स्कूल में बोहोत लड़के करते थे. एक लड़का रमेश की क्लास में था जो कई लड़को से गांड मरवाता था. रमेश ने बताया की रमेश ने भी ५-६ बार उसकी गांड मारी थी.

अब मै रमेश से थोड़ा चिपक के बैठ गया और बाते करने लगा. मैंने कहा यार रमेश अभी भी ठण्ड लग रही है चलो दोनों रजाई में लेट जाते है जिस से की फुल बॉडी पे रजाई होगी तो ठण्ड नहीं लगेगी. रमेश ने कहा यार अब मै जाता हु तो मैंने थोड़ा फोरस्फुल्ली उसे थोड़ी देर और रुकने को कहा.

मैंने कहा यार रमेश आज बाते करने का मूड हो रहा है और मजा भी आ रहा है. रमेश को भी मजा आने लगा था तो वो मान गया. मैंने उसे दिवार की तरफ से लेटने को कहा और मै दूसरी तरफ लेट गया और हमने रजाई अच्छे निचे से ऊपर तक डाल ली.

रमेश की पीठ दिवार से चिपकी हुई थी और वो मेरी तरफ पलट के बाते कर रहा था. मैंने उस से उस के स्कूल के लौंडे की गांड मरने की बात करना शुरू कर दिया और डिटेल में डिसकस करने लगा तो उसने बताया की वो उसकी गांड थूक लगा के मारता था और उस लड़के को लंड अन्दर लेने में दर्द होता था.

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मैंने कहा की तेल लगाए बिना दर्द तो होगा ही तब रमेश बोलै की वो लड़का बोलता था की रमेश का लंड बड़ा है. मैंने कहा मजाक मत करो यार रमेश सब कोई ऐसे ही बोलते है तो रमेश बोलै की सच में मेरा लंड बाकि लड़को से बड़ा था. तब मैंने सोच एहि मौका है और मैंने कहा की मै मन ही नहीं सकता.

फिर मैंने कहा की ये सब बाटे करके खड़ा हुआ या नहीं और मैंने झटके से रमेश का लंड पकड़ लिया. वो छुड़ाने लगा लेकिन मै पकड़ा रहा और उसे समझाया की यार देखने तो दे तेरे लंड कितना बड़ा है. उसका लंड आधा खड़ा हुआ था लेकिन मुझे समझ में आने लगा था की अच्छा साइज है रमेश का.

मै उसका लंड मसलने लगा. पहले वो थोड़ा रेसिस्ट कर रहा था लेकिन बाद में उसने अपन हाथ हटा लिया और मुझे लंड मसलने देने लगा.

To be continued…

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