Indian Gay Sex Story: मेरे भैया ने चोदा: 2

Indian Gay Sex Story: मेरे भैया ने चोदा: 2

Indian Gay Sex Story: मैंने थोड़ा और तेल लिया, और भैया के लंड पर लगा दिया और उसे ऊपर नीचे करने लगा. फिर धीरे से उनका टोपा नीचे कर देखा तो, उस में से चिपचिपा सा रस बह रहा था. मैने उसे जीभ लगा कर चाट लिया और तेल लगा कर उनकी मुठ मारने लगा. इतने में बाहर तेज मूसलाधार बारिश होने लगी.

भैया उठकर बोले – छोटे चल आजा बारिश में नहाते हैं.

मैं – हां भैया, चलो बड़ा मज़ा आएगा. मुझे आइसक्रीम भी खानी है.

भैया – चल, मैं तुझे ले चलता हूँ.

जोगिंदर भैया ने अपनी निक्कर और एक पतली से टीशर्ट पहनी और बारिश में हम दोनों निकल पड़े. भैया ने मुझे आइसक्रीम दिलाई और हम वापस आने लगे. बाइक धीमे चल रही थी, भैया ने मेरा हाथ खींच कर अपने लंड पर रख दिया और मुझे खुद से चिपका लिया. मैं धीरे-धीरे भैया का लंड सहलाने लगा और वो तनकर खड़ा होने लगा. फिर मैंने भैया के गले पर एक हल्का सा किस कर लिया. तेज़ बारिश में कुछ भी साफ नहीं दिख रहा था और भैया भी बाइक बड़े धीरे से चला रहे थे.

मैंने हल्के से भैया का लंड उनके बरमूडा के साइड से बाहर निकल लिया और उनसे और भी चिपक गया. मैं लंड के टोपे को हौले से सहलाने लगा, जिससे भैया को बड़ा मज़ा आ रहा था. उनका लंड एकदम सख्त हो चुका था और वह बहुत गरम भी था. ठंडी-ठंडी बारिश में गरमा गरम लंड, और क्या चाहिए था मुझे? हम दोनों बारिश में पूरे भीग चुके थे. इतने में घर आ गया.

मैं फिर अपने कमरे में गया और अपने गीले कपड़े उतार दिए, भीगने की वजह से ठंडी लगने लगी थी. अचानक मेरे दरवाज़े के बंद होने की आवाज़ हुई. मैंने पलट कर देखा तो भैया पीछे एकदम नंगे खड़े थे. उनका लंड खड़ा हुआ मुझे घूर रहा था. उन्होंने अपने पीछे दरवाज़ा लॉक किया और मेरे पास आ गए.

भैया – तू ये कपड़े क्यों पहन रहा है? आज तो हमारा हनीमून है न.

मैं – ये आप क्या कह रहे हैं भैया?

भैया – क्यों, आज तू मेरी बीवी नहीं बनेगा क्या?

मैं – भैया, ये सब आप क्या बोल रहे हो?

भैया – बेटा मैं तुझे सिर्फ़ ढेर सारा प्यार देना चाहता हूँ.

इतना कहकर भैया मुझसे आकर लिपट गये. उनके गीले होठ मुझे किस करने लगे. मैंने सोच लिया था कि आज की रात तो मैं भैया की बीवी बनूंगा ही. उनका लंड एक बड़े औज़ार की तरह मुझे चुभने लगा था. मैंने उसे कस कर जकड़ लिया और भैया ज़ोरों-शोरों से मेरा मुलायम बदन चूमने और चाटने लगे और मेरे निपल्स को काटने लगे.

मैं – आह भैया, आपने मुझे बहुत इंतज़ार करवाया है. आज मुझे अपना बना लो.

भैया – हां मेरी जान तू बड़ा सेक्सी है! एकदम सॉफ्ट और सिल्की बदन तेरी! किसी भी लड़की को तुझसे बड़ी जलन जरूर होगी.

मैं – मुझे अब आपका लंड चूसना है.

भैया – हाँ हाँ! नेकी और पूछ- पूछ.

अब भैया मेरी तरफ पलटे और मेरी छाती पर बैठ गए उनका लंड ठीक मेरे मुँह पर था और उनके टट्टे मेरी ठोड़ी पर थे. मैंने अपना मुँह खोला और भैया ने अपना लंड मेरे मुँह में डालना शुरू किया.

भैया – आह छोटे, ज़रा आराम से चूस इसको, जीभ घुमा-घुमा कर.

मैंने थोड़ा और मुंह खोला तो भैया का लंड सीधे मेरे गले तक पहुँच गया. मैंने खूब मस्ती से चूसना शुरू किया. कुछ ही देर चूसा होगा कि अचानक भैया ने मेरे मुँह में ही अपना माल निकाल दिया.

भैया – आह आह! मेरा पूरा माल पी जा मेरी रानी.

भैया चिल्लाए और अपना पूरा लंड मेरे मुंह के अंदर घुसेड़ दिया. मैंने तो सारा रस अपने पति का प्रसाद समझ कर झटसे पी लिया. भैया मेरे ऊपर से उतरे और मुझे ज़ोर से होठों पर किस किया.

भैया – तूने लंड चूसना कहाँ से सीखा रे. बड़ा मस्त चुसता है यार तू तो.

मैं – स्कूल में मेरा एक सीनियर हुआ करता था, उसने सिखाया.

तभी मैंने देखा कि भैया का लंड अभी भी ढीला नहीं पड़ा था. वह वैसे ही तना हुआ था.

तभी भैया बोले – तुझे पता है ना कि सुहागरात में और क्या होता है?

मैं – क्या होता है भैया?

भैया – तुझे पूरी तरह अपना बनाऊंगा. मुझे अब तेरी गांड मारनी है.

मैं बोला – जब मैं ही आपका हो गया तो मेरी गांड भी तो आपकी ही है भैया.

भैया – वाह रे छोटे! तू तो बढ़िया फ्लर्ट कर लेता है.

इतना बोल कर भैया मुझसे चिपक गए और धीरे से मेरे निपल्स को काटने लगे.

मैं – आह भैया, निशान पड़ जाएँगे.

भैया – पड़ने दे दी, सबको पता चले कि नयी बीवी की मस्त जवानी का मज़ा उसके पति ने जमकर लूटा है.

मैं – उफ भैया, ज़रा आराम से करो न.

पर अब भैया पर तो कोई भूत ही सवार हो गया था, उन्होंने मुझे उल्टा पलटाया और मेरी गर्दन से लेकर मेरे गांड तक चाटने लगे. बीच-बीच में वो मुझे काट लेते या मेरे होंठ चूमते थे. फिर उन्होंने, मेरी दोनों चूतड़ों को अलग किया और अपनी लपलपाती जीभ से मेरी कुवांरे छेद को चाटने लगे. उनकी जीभ ने जैसे ही मेरे छेद को छुआ मेरे शरीर में करेंट सा लग गया.

मैं – आह भैया, आह और करिए! बहुत अच्छा लग रहा है.

भैया – हाँ मेरी जान, तेरी गांड को अच्छे से गीला करूंगा! ले और.

मेरी गांड का आज क्या हाल होने वाला था ये सब तो मैं भूल ही गया था. मैं अभी सिर्फ़ भैया की जुबान से ही मज़े ले रहा था. भैया कभी मेरी गांड को चाटते तो कभी उस पर थूकते और फिर अपनी जीभ को अंदर घुसाकर चाटते. थोड़ी देर में मुझे कुछ गीला सा लगा.

और तभी भैया बोले – आजा मेरी जान, अब पूरी तरह से अपने पति की होजा तू.

मैं – पर भैया, आपका लंड तो काफी बड़ा है, ये मेरे अंदर नहीं जा पाएगा. मैं तो मर ही जाऊँगा दर्द के मारे.

भैया – तू चिंता ना कर छोटे, आज तुझे सिर्फ़ मज़ा आएगा और वैसे भी प्यार में थोड़ा दर्द तो झेलना ही पड़ता है.

मैं – लेकिन भैया…

इतने में भैया ने अपनी बीच वाली उंगली धीरे से मेरे छेद पर रखी और हल्का सा ज़ोर लगाया और उन्होंने अपनी पूरी उंगली मेरे गांड के अंदर डाल दी.

मैं – उईई मार गया, भैया जल्दी निकालो इसको बाहर.

भैया – इतनी भी क्या जल्दी है मेरी जान थोड़ा रुक ना. अभी तो शुरुआत है..

फिर उन्होंने उंगली को अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया और मुझे उंगली से चोदने लगे. मुझे उन्होनें अपने नीचे दबा लिया. दर्द के मारे मेरी जान निकल रही थी पर अभी तो असली बात बाकी थी.

फिर भैया ने धीरे से उंगली बाहर निकाली और बोले – लगता है बहुत टाइट है तेरी गांड, थोड़ा तेल लगाता हूँ.

और फिर उन्होंने अपने लंड पर और मेरे छेद पर थोड़ा तेल लगाया और मुझे एक कुतिया की तरह उल्टा कर दिया और मेरे पीछे आ गए. जैसे ही उनका 8 इंच का हथियार मेरे छेद पर लगा मुझे ऐसा लगा मानो, मेरे पूरे बदन में आग लग गई हो. उनका लंड पूरी तरह सख़्त और गरम था. उन्होंने मुझे कस कर पकड़ा और एक हाथ से मेरी गांड फैलाई और एक हाथ से मेरे बाल खींचकर हल्के से अपना लंड मेरे अंदर घुसाना शुरू कर दिया. क्योंकि उनकी उंगली मेरे अंदर जा चुकी थी, इसलिए उनका लंड भी आसानी से थोड़ा अंदर गुस गया.

मुझे अब दर्द होने लगा था और मैं बोला – उफ़, बड़ी तेज जलन हो रही है भैया. जल्दी लंड बाहर निकालो नहीं तो मैं मर ही जाऊँगा.

भैया – तू अब बकवास बंद कर नहीं तो ऐसे चोदूंगा की गांड फट के हांथ में आजाएगी.

उनका बदला मिज़ाज देखकर मैं थोड़ा डर गया और अपना मुँह तकिये में दबा कर रोने लगा पर भैया ने फिर मेरी तरफ कोई ध्यान नही दिया. अब उनका लंड मेरे काफ़ी अंदर तक घुस चुका था. वो तेज़ी से हिलने लगे थे और अपना लंड मेरी गांड में अंदर बाहर करने लगे. अब मुझे भी थोड़ा मज़ा आने लगा था. उनका सूपड़ा जब बाहर आकर फिर मेरे अंदर घुसता था, मुझे परम आनंद आता था.

मैं – आह, धीरे-धीरे से चोदो! मजा आ रहा है.

भैया – हां छोटे, अब तुझे भी मज़ा आने लगा है ना?

मैं – आह, हाँ भईया और डालो ना. अंदर तक चोदो मुझे!

उनकी चाल अब और तेज़ हो गई और वो जमकर मुझे चोद रहे थे. कभी मेरे छोटे निपल्स तो कभी मेरी कमर पर ही काट लेते थे.

भैया बोले – तेरी गांड कितनी मुलायम और टाइट है मेरी जान, बड़ा मज़ा आ रहा है. अब से तू मेरी चुदक्कड़ रानी बन कर रहेगा और मैं रोज़ चोद कर तेरी गांड हरी करूँगा! आह, आज तो तेरे अंदर ही मैं अपना सारा माल निकालूँगा! आह, चुद मेरी रानी अच्छे से चुद.

मैं- हां भैया, ज़ोर से चोदो मुझे प्लीज़. मुझे तुम्हारा लंड हमेशा से पसंद है. कब से इंतज़ार था तुमसे चुदने का? आह, आज तो पूरी बजाकर रख दो.

भैया – ले बहन के लौड़े, ले मेरा पूरा लंड ले. गांड मरा अपनी..

मैं – आह, डालो डालो और अंदर तक डालो. आह, मेरी गांड बस तुम्हारी ही है भैया.

भैया के बदन पसीना-पसीना हो चुका था. उनके टट्टे मेरी गान्ड से बार-बार टकरा रहे थे और उनका पूरा लंड मेरी गांड में समाया हुआ था. तभी भैया ने एक ज़ोर की चीख मारी और मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने मेरी गांड के अंदर गरम दूध की पिचकारी मार दी है. उन्होंने अपना पूरा माल मेरी गांड में भर दिया और मेरे ऊपर ही गिर गए.

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उनका पसीने से सना बदन मुझसे चिपक गया था और उनका लंड अभी भी मेरी गांड में ही फँसा हुआ था. वो पूरा हार्ड तो नहीं था पर उन्होंने उसे बाहर नहीं निकाला. इतने में भैया ने हाथ आगे कर मेरे लंड को पकड़ा और उसे हिलाने लगे और साथ ही साथ अपना लंड भी मेरी गांड में हल्के से चलाने लगे. थोड़ी देर में मेरा सारा माल उनके हांथ में भर गया. भैया ने उसको अपने मुँह में ले लिया और फिर मुझे किस करने लगे. अब उनका लंड एक बार फिर हरकत करने लगा था और मेरी गांड के अंदर ही सख्त होने लगा था.

दोस्तों, उस रात भैया ने मुझे बार चोदा. मुझे तरह-तरह से ठोककर थकाया. पर वो सब अगली बार… ज़रूर बताइयेगा कि आपको मेरी कहानी कैसी लगी. मैं आपके मेल का [email protected] पर इंतेज़ार करूँगा.

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