Desi Gay Sex Story: कपड़ों की खरीददारी और लौंडेबाजी: 2

Desi Gay Sex Story: कपड़ों की खरीददारी और लौंडेबाजी: 2

Desi Gay Sex Story: मैं जाकर उसके ऊपर बैठ गया. उसने फिर मेरी टांगे फैला दी और सीधा मेरे लंड की तरफ देखने लगा. फिर उस जगह पर हाथ रख कर पूछा अब भी लूस है क्या. मेरा लंड खड़ा हो गया था और अब उस जगह को भर चुका था. मैंने मुस्कुराते हुए कहा नहीं अब लूस नहीं है.. वह भी मुस्कुराया और मुझसे पूछा कि मुझे कैसा लग रहा है मैंने बस हंसते हुए कह दिया की बहुत मजा आ रहा है. उसने मुझे 1 मिनट ठहरने को कहा और जाकर दुकान का शटर गिरा दिया.

मैं वैसे ही टांगे फैलाकर जींस मैं अपना लंड खड़ा करके मस्त बैठा था.

वह वापस आ गया और मुझसे पूछा देख मेरा पेंट का फिटिंग टाइट है देख ले. मैंने भी उसके लंड पर अपना हाथ रखा उसका लंड भी एक दम तन गया था.. अब तो यह फट ही जाएगा मैंने उससे कहा तो वह हंस दिया. उसने अब अपना शर्ट उतार दिया. उसकी छाती वालों से ज़रा भरी हुई थी मगर वह एकदम गठीले शरीर वाला था. उसने धीरे से मेरी भी शर्ट उतार दी. फिर उसने मुझे अपने गले लगा लिया. तुझे आज मैं बहुत मजा दूंगा बस मैं जैसा बोलता हूं वैसा ही करता जा उसने मुझसे कहा.

मैंने हां मैं बस अपना सर हिलाया और मुस्कुराया. वह मेरी छाती चाटने लगा और अपना मुंह खोलकर मेरे निप्पल चूसने लगा. चूस चूस कर धीरे-धीरे वो मेरा निकल काट रहा था मगर मुझसे बहुत मजा आ रहा था. 5 मिनट तक मेरे दोनों निप्पल्स को चूसने के बाद उसने मेरे हाथों को उठा दिया और मेरी बगल चाटने लगा.

अब थोड़ा और आगे बढ़ते हैं उसने मुझसे कहा और मेरा जींस खोलने लगा. मैंने अंदर सफेद रंग की चड्डी पहनी हुई थी वह भी उसने उतार दी. मेरा मजबूत लंड देखकर उसके मुंह से बाहर निकल गया और उसने कहा क्या मस्त चीज है तेरे पास तेरी उम्र क्या है तो मैंने उसे बताया कि मैं 18 साल का हूं. वह चौंक गया और बोला कि ऐसा लंड तो 25 साल वालों का भी नहीं होता क्या चीज है तू. शायद बहुत ठीक है रात को मेरा लंड करीब 8 इंच का था और 2 इंच मोटा. मैंने भी उसका पेंट खोला. उसका लंड मुझसे छोटा था काला और अनकट. मुझे बहुत अच्छा लगा.

फिर उसने एक अजीब चीज की. वह बड़ा ही गठीले शरीर वाला था और उसने मुझे उल्टा उठा लिया और मेरी टांगे फैलाकर उसके कंधों पर रख दिए. इस तरह मेरा लंड बिल्कुल उसके मुंह में और उसका बिल्कुल मेरे मुंह में आ रहा था. चलो अब एक दूसरे को खुश करते हैं उसने मुझसे कहा. उसने जैसे ही मेरा लंड अपने मुंह में मेरे शरीर में एक करंट सा दौड़ गया.

उसी जोश में मैंने भी उसका लंड अपने मुंह में ले लिया. वह जोर जोर से आवाज निकालकर चाट रहा था. मेरे दोनों गोटी उसने कम से कम 5 मिनट तक चाटे और चूसे. मैं भी कुछ कम नहीं था और उसके लंड को एकदम लॉलीपॉप की तरह चूसा जा रहा था. फिर मैंने अपनी उंगली गीली की और उसका लंड चूसते हुए ही अपनी उंगली को उसकी गांड में भरने लगा.

वह जोर से कराहने लगा और चीख-चीखकर चोदने के लिए बोलने लगा. उसने मुझे नीचे उतारा और मेरे सामने घोड़ा बन गया. अपने हाथों से उसने अपनी गांड खोली और कहा आजा.. मेरा लंड उसकी थूक से गीला हो चुका था मैंने उसकी छेद पर रखा और धीरे-धीरे रगड़ने लगा. वह रो कर बोला कर यार मेरी छेद भर दे डाल दे अंदर.

मैंने हल्का सा धक्का लगाया तो मेरी लंड का सिरा उसकी गांड में घुस गया. इतने में वह चीज पड़ा और एकदम तड़पने लगा. मैं थोड़ी देर वैसे ही रुक गया और जब वह थोड़ा शांत हुआ तो मैंने सिर्फ दूसरा धक्का लगाया और उसकी गांड पकड़कर अपना पूरा लंड उसकी गांड में भर दिया. वह चीखा और रोया मगर उसे बहुत मजा भी आ रहा था. लंड उसकी गांड में पढ़ने के बाद कुछ देर में यूं ही खड़ा रहा फिर मैंने धीरे-धीरे आगे पीछे होना चालू किया. मेरे हर झटके पर वह आह आह की आवाज निकाल रहा था.

कुछ ही देर में उसकी गांड अच्छी तरह खुल गई और मैं तेजी से उसकी गांड मारने लगा. वह भी उछल उछल कर मुझसे गांड मरवा रहा था. उसकी गांड की गर्मी तो कमाल की थी मुझे बड़ा मजा आ रहा था और अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

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10 मिनट तक उससे ऐसे ही चोदने के बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया और उस पर गिर गया. फिर वह उठा और वापस उसने मुझे स्टूल पर बिठाया. मेरे मुंह में अपना लंड भरकर वह जोर जोर से मेरा मुंह चोदने लगा और 2 मिनट में ही सारा रस मेरे मुंह में गले तक भर दिया.

हम दोनों पूरी तरह थक चुके थे पर अब मुझे घर जाना था. उसने खुद ही मुझे एक जींस चुन कर दी और आंख मारते हुए कहा कि कोई भी परेशानी हो तो वापस आ जाना. हां बिल्कुल मैंने कहा और कपड़े लेकर उसे पैसे देकर निकल गया..

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