चुदाई की कहानी ग्रुप में गे दोस्तों की: 1

Raw riding sex between two horny and wild gay men

चुदाई की कहानी: यह सन 2013 की बात है, सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया कि आपस की सहमति से किया गया समलैंगिक सम्भोग कानूनन जुर्म नहीं है.

उस समय मैंने अपने दोस्त सुमेर सिंह से कहा कि मुझे गे सेक्स के बारे में जानना है.

सुमेर ने बताया कि वो और उसका एक दोस्त एक गे क्लब संचालित करता है.

उसके सदस्य, केवल पढ़े-लिखे और जो जोड़े लम्बे समय तक पति पत्नी की तरह रहना चाहते हों, उनको बनाया जाता है.

क्लब की सदस्यता की फीस लगती है जिससे क्लब का खर्चा चलता है.
क्लब में टॉप और बॉटम दोनों आते हैं, सदस्य गे सम्भोग के विभिन्न पहलुओं की चर्चा करते हैं. कुछ सीखते हैं, कुछ सिखाते हैं.

लम्बे समय के लिए जोड़े बनाने से पहले, बॉटम और टॉप की जोड़ी क्लब में आकर यौन क्रीड़ा करते है, परखने के लिए कि वह एक दूसरे को यौन आनन्द दे सकते है कि नहीं.

कोई किसी के साथ जबरदस्ती नहीं कर सकता.

इतनी वार्तालाप होने के बाद सुमेर ने मुझे क्लब में आने का निमंत्रण दिया. उसे मालूम था कि मैं सेक्स कहानी लिखता हूँ.

जिस दिन मुझे बुलाया गया था, उस दिन सुमेर एक बंद वैन लेकर तय जगह पर आया.
गाड़ी सुमेर चला रहा था, उसके बाजू में एक उसकी उम्र का लड़का बैठा था.

मेरे साथ 12 और लड़के भी वैन में बैठे थे. वैन से बाहर का कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
वैन रुकने के बाद हम उतरे.

वह गोदाम था. गोदाम में एक बड़ा कमरा था, उसमें मेज कुर्सी और साफ गद्दे बिछे थे. अटैच बाथरूम था.
सुमेर ने मेरा परिचय उसके साथ आए लड़के कमल से कराया.

कमल, सुमेर के साथ उसकी पत्नी की तरह रहता है.
बाकी सदस्य कमल को जानते थे.
कमल 25 साल का था, रंग गेहुंआ, सुन्दर चेहरा वाला एक गे था.
सुमेर ने मेरे बारे में अन्य सदस्यों को बताया कि ये मेरा दोस्त रतन है.

कमल के हाथ में बैग था, बाद में मुझे पता चला कि बैग में कंडोम के-वाई जैल, तेल, आस प्लग आदि सामान था.
सुमेर- आज हमारे बीच बहुत दिनों बाद योगेश आया है.

योगेश सुमेर के पास आया, योगेश 19 साल का लड़का था, गेहुंआ रंग, कद पांच फुट पांच इंच का था और उसका बदन भरा हुआ था.
वह एक बॉटम था और वो अपने 4 ब्वॉयफ्रेंड्स के साथ रहता था.
लेकिन फिलहाल उन चारों की दूसरे शहर में बदली हो गयी थी इसलिए योगेश को अब एक नए साथी की तलाश थी.

सुमेर ने योगेश को तीन 24-25 उम्र के युवकों से मिलाया. वो तीनों दोस्त थे और आज योगेश से मिलने आए थे.
तीनों ने थोड़ी देर योगेश से बात की, उन्होंने योगेश की … और अपनी पसन्द, नापसन्द की चर्चा की.

तीनों ने योगेश को अपनी सांझी पत्नी बनाकर रखने की बात की.
मगर उसमें शर्त यह थी कि यदि योगेश को उनसे गांड मरवाने में मजा आए और उन तीनों को योगेश की गांड मारकर मजा आए, तभी वो साथ में रहेंगे अन्यथा नहीं.

योगेश को गांड मरवाते समय थोड़ी मार खाना पसंद था.
तीनों ने कहा- वह लोग आज ही यहां योगेश की गांड मारेंगे.
सुमेर का इशारा मिलते ही उन तीन में से एक लड़का योगेश के बदन को चूमने लगा, उसके चूचे दबाने और चूसने लगा.
कुछ देर बाद उसने योगेश को छोड़ा.

उसने योगेश के कपड़े उतारकर उसे नंगा कर दिया.
योगेश का बदन बाल रहित चिकना था, उसके चूचे नवयौवना की तरह छोटे छोटे थे और एकदम तने हुए थे.
उस लड़के का लंड खड़ा हो गया.

उसने कंडोम पहना … उस पर के-वाई जैल लगाई.
सामने एक 2 फ़ीट ऊंची टेबल रखी थी, उसने योगेश को टेबल पर हाथ रखकर झुककर खड़े होने को कहा.
योगेश पैर फैलाकर टेबल पर हाथ रखकर खड़ा हो गया.

लड़के के हाथ में लकड़ी का स्केल था, उस पर साइकिल का रबर का ट्यूब चढ़ा था.
उसने योगेश के कूल्हों पर स्केल से 2-3 बार मारा और पूछा- योगेश तैयार हो?
योगेश ने हां बोला.

लड़का योगेश की गांड मारने लगा.
दूसरा लड़का कंडोम लगाकर अपना लंड योगेश के मुँह के सामने ले गया.
योगेश ने मुँह खोला, लड़के ने लंड उसके मुँह में डाला, योगेश लंड चूसने लगा.

योगेश बड़े ही आनन्द से गांड मरवा रहा था, लंड भी चूस रहा था.
मैंने अपने बाजू में खड़े लड़के से पूछा- योगेश को क्यों मारा गया?
उस लड़के ने कहा- योगेश को मार खाने में मजा आता है, मार के बाद ही योगेश को जोश आता है. स्केल पर रबर इसलिए चढ़ाया है कि बदन पर मार के दाग ना पड़ें.

पहला लड़का कंडोम में झड़ गया.
दूसरे लड़के ने योगेश के मुँह से अपना लंड निकाला और योगेश के पीछे आकर उसकी गांड मारने लगा.

वह योगेश की गांड में थप्पड़ भी मार रहा था.
उसके झड़ने के बाद योगेश सीधा खड़ा हो गया और पानी पिया.
तीसरा लड़का नंगा खड़ा होकर अपनी बारी का इन्तजार कर रहा था.
वह योगेश को जमीन पर बिछे गद्दे पर ले गया. उसने थोड़ी देर योगेश के चूचे दबाए, चूसे.

फिर उसने योगेश को सीधा लिटाकर उसकी कमर के नीचे तकिया लगा दिया.
योगेश ने अपने पांव अपनी छाती की तरफ कर लिए.
लड़के ने कंडोम अपने लंड पर लगाया, लुब्रिकेशन लगाया और योगेश की गांड मारने लगा.

वह थोड़ी देर चोदने के बाद रुकता, योगेश के चूचे दबाता, निप्पल मरोड़ता, फिर गांड मारने लगता.
योगेश अपने लंड को बिना छुए ही झड़ गया, वह लड़का भी झड़ गया.
योगेश उठकर बाथरूम जाने लगा.

तो मैंने देखा कि उसे चलने में तकलीफ हो रही थी.
वह पांव फैलाकर चल रहा था पर उसके चेहरे पर मुस्कान और संतुष्टि थी.

योगेश वापस आकर एक ख़ाली गद्दे पर लेट गया.
बाकी 8 लड़के जोड़ी में चूमा-चाटी कर रहे थे और योगेश की चुदाई देखने का आनन्द ले रहे थे.
क्लब में टॉप को पति और उसके साथी बॉटम को उसकी पत्नी कहते हैं.
टॉप- जो गांड मारता है.

बॉटम- जिसको गांड मरवाने में मजा आता है.
उन 8 लड़कों में से एक ने योगेश को आवाज लगायी- योगेश मैं आऊं क्या?

तो योगेश बोला- तुम्हारा घोड़े जैसा लंड है, मैं नहीं ले सकता.
योगेश ने उसका लंड देख लिया था. उसे तुम्हारी पत्नी (उसका बॉटम साथी) ही ले सकती है.
मैंने देखा कि आवाज लगाने वाले लड़के का लंड तो करीब 5 इंच लम्बा था पर उसका लंड बहुत मोटा था.

मोटे लंड वाले लड़का अपने बॉटम साथी को लंड चुसवा रहा था.
कुछ पल बाद उसने अपने बॉटम साथी को पेट के बल लिटाया और उसकी गांड में अपना मोटा लंड पेल दिया.
बॉटम चीख उठा- आह आह!

मोटा लंड वाला टॉप थोड़ी देर उसके ऊपर लेटकर अपने बॉटम साथी के गाल गर्दन चूमने लगा, उसके चूचे दबाने लगा.
थोड़ी देर बाद बॉटम ने अपनी कमर हिलाकर संकेत दिया कि अब वह तैयार है.

मोटे लंड वाला धीरे धीरे उसकी गांड मारने लगा.
बॉटम अपने पांव फैलाकर चुदाई का मजा लेने लगा, वह सीत्कार भर रहा था.

ऐसा लग रहा था कि उसे मोटे लंड से मजा आ रहा है.
बाकी 3 जोड़े कमल के पास जाकर बैठ गए.
मुझे उत्सुकता हुई, वो 3 जोड़े कमल के पास क्यों गए?
मैंने सुमेर सिंह से पूछा.

तो सुमेर बोला- कमल गे संभोग का गुरू है, वह सभी समलैंगिक लड़कों की समस्या का समाधान करता है. बॉटम लोगों को बिना दर्द के कैसे गांड मरवाने का आनन्द लिया जाए, उन्हें सिखाता है. टॉप को भी ट्रेनिंग देता है.

मैं भी उनके पास गया. मैं उनके पास जाकर बोला- क्या मैं यहां बैठ सकता हूँ?

कमल बोला- बैठ जाओ.

वे 3 जोड़े कमल से पूछ रहे थे कि योगेश 3-3 लोगों का कैसे ले सकता है.

जबकि हम तीनों के बॉटम साथी को सम्भोग के समय काफी दर्द होता है.
कमल- मैं बॉटमों को सिखा सकता हूँ कि कैसे बिना दर्द के गांड मरवाने का आनन्द लिया जाता है. टॉप लोग के लिए भी कुछ सलाह है.
वो सारे कमल से गांड मरवाने की जानकारी लेने लगे.

कमल- गांड के छेद की, सम्भोग से पहले सफाई जरूरी है.
उसने बैग से छोटी सी पिचकारी निकालकर कहा- इसमें पानी भरकर गांड में डालो … और पानी टॉयलेट में निकाल दो. ऐसा तीन बार करना चाहिए.

कमल उनको बाथरूम में ले गया. उसने एक की गांड में पानी भरकर दिखाया.
फिर सब लोग उसी तरह से अपनी अपनी गांड की सफाई करके कमल के पास बैठ गए.

कमल- गांड मरवाने के समय, गांड को ढीला छोड़ना और लुब्रिकेशन लगाना जरूरी है.
कमल ने तीनों बॉटम लड़कों को पेट के बल पैर फैलाकर लेटने को कहा; उनके टॉप साथियों को एक उंगली में तेल लगाकर उनकी गांड में डालने को कहा.

जब वह उंगली डालने लगे, तो बॉटम ने गांड का छेद सिकोड़ कर टाइट कर लिया.
कमल बॉटमों से बोला- गांड ढीली छोड़ो.

उन्होंने गांड ढीली छोड़ दी.
टॉप उंगली अन्दर बाहर करने लगे.
बॉटमों को मजा आ रहा था.
फिर कमल ने दो उंगली डालने को कहा, बॉटमों को थोड़ा दर्द हुआ, फिर मजा आने लगा.

कमल ने बैग से 3 आस प्लग निकाले, छोटा, मध्यम और मोटा.
कमल- पहले छोटा आस प्लग तेल लगाकर अपनी अपनी गांड में डालो.
टॉप ने अपने अपने बॉटम की गांड में छोटा आस प्लग डाल दिया.
कमल ने तीनों बॉटमों को चलने को कहा. चलते समय आस प्लग के घर्षण से बॉटमों को मजा आ रहा था.

कमल- दो तीन दिन तक जितनी देर हो सके, छोटा आस प्लग लगाकर रखना. फिर इसी तरह से मध्यम वाला आस प्लग लगाकर रखना और चलना, इससे गांड का छेद खुल जाएगा.

यदि आपके साथी टॉप का लंड बहुत मोटा है, तो बड़ा आस प्लग लगाना. इसके पहले आपने देखा था कि मोटे लंड वाले ने किस तरह से अपने साथी की गांड मारी थी. उसके बॉटम को मैंने बड़ा आस प्लग लगाकर अभ्यास कराया था.

वो सब मोटा लंड लेने वाले की तरफ देखने लगे.

कमल- आप टॉप लोग, पहले अपने बॉटम की गांड तैयार करना, फिर ही सम्भोग करना. बॉटम को गांड मरवाने में आनन्द आता है, इसलिए उसे छोटा मत समझो. बॉटम है तभी तो टॉप को गांड मारने का मजा मिलता है.

यदि एक ही साथी है और उसको कोई बीमारी नहीं है, तब बिना कंडोम के सम्भोग कर सकते हो, पर सम्भोग के बाद लंड साबुन से जरूर धो लेना चाहिए क्योंकि गांड में कीटाणु हो सकते हैं.
सभी ने हामी में सर हिलाया.

कमल ने आगे कहा- एक स्त्री पत्नी और एक पुरुष बॉटम पत्नी में कोई फर्क नहीं है, उतना ही मजा आता है. बॉटम अपने शरीर के बाल निकाल सकते हैं, वैक्सिंग आदि से. यदि बॉटम चाहे, तो अपने चूचे थोड़े बड़ा सकता है, ब्रेस्ट पंप लगाकर. मैं सुमेर के साथ उसकी पत्नी की तरह ही रहता हूँ, हम दोनों में बहुत प्यार है. हम दोनों एक दूसरे की इच्छा पूरी करते हैं.

सुमेर ने मुस्कुरा कर कमल की बात की तसदीक की!

कमल- बॉटम को बवासीर से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए ताकि खाना खाये की कब्ज न हो. मल त्यागने से पहले गांड के छेद के अन्दर उंगली से तेल लगाना चाहिए, सभी ऐसा कर सकते हैं.

कमल- यौन क्रीड़ा में अच्छा, बुरा, गन्दा नहीं होता. वह जोड़ों की आपसी पसंद और सहमति पर है. जैसे कि लंड चूसना, वीर्य पीना, मूत्र पीना, सहन करने लायक बीडीएसऍम (गुलाम, पिटाई, बांधकर सम्भोग आदि) … और सबसे जरूरी है यौन बीमारी से बचना.

जोड़े बनाते समय डॉक्टरी जाँच करा लें और एक ही साथी के साथ प्यार और सम्भोग करें. यदि नया साथी है तो और जीभ नहीं चूसें. लंड चूसते समय और सम्भोग के समय कंडोम लगा लें.

इतने ज्ञान की प्राप्ति के बाद तीनों जोड़े धन्यवाद कहकर दूर बैठ गए.
कमल- रतन, आज जिन तीन लड़कों ने योगेश की गांड मारी, वह लड़के टॉप हैं. उनको गांड मारने में मजा आता है. उन लोगों की शादी हो गयी है.

मैंने हामी भरी नजरों से कमल को देखा.

कमल- मैंने योगेश को बता रखा है, तीनों का कोई प्रस्ताव मानने से पहले मेरी सलाह जरूर ले लें.
मैं और कमल, योगेश के थोड़ी दूर कुर्सी लेकर बैठ गए.

तीनों टॉप लड़के योगेश को तीनों की सांझी पत्नी के समान रहने के लिए पटा रहे थे.

चुदाई की कहानी एक हॉर्नी और सेक्सी गे बंदों के झुंड की

उनमें से एक बोला- मेरे फार्म हाउस में मैं तुम्हें मैनेजर की नौकरी दूंगा, वहाँ रहना खाना फ्री रहेगा और 10,000/- तनख्वाह भी दूंगा. वहां तुम्हें नौकरों की मदद से फार्म हाउस की देखभाल करनी है. हम तीनों वहां आते रहेंगे और तुम्हारे साथ मजा करेंगे, तुम्हें भी आनन्द आएगा.

योगेश बोला- थोड़ी देर में सोच कर बताता हूँ.
तीनों जाकर दूर बैठ गए.
योगेश ने कमल को सब बताया.
कमल ने उसे सलाह दी कि उसे क्या बोलना है.
योगेश ने तीनों लड़कों को बुलाया

योगेश- मुझे तुम तीनों का प्रस्ताव मंजूर है. मैं तुम तीनों की वफादार बीवी बनकर रहूँगा. मुझे फार्महाउस मैनेजर की तनख्वाह तो एक जन देगा, बाकी तुम दोनों को भी अपनी इस बीवी के खर्च और भविष्य के लिए कुछ देना चाहिए.

बाकी दोनों भी दस दस हजार रूपये हर महीने देने को राजी हो गए.
योगेश- कभी कभी मेरे रिश्तेदार या दोस्त मेरे पास ठहरते हैं. मुझे आप लोगों की अनुमति चाहिए कि वो लोग मेरे पास कुछ दिनों के लिए रह सकें.

तीनों लड़के राजी हो गए. मगर इस शर्त के साथ कि यदि वो लोग फार्म हाउस में आए, तो भी योगेश को उनके पास आना पड़ेगा.
कमल सुमेर सिंह की बीवी कैसे बना और योगेश ने उन तीनों लड़को की सांझी बीवी बनकर क्या क्या किया. ये सब जानने के लिए अगला भाग जरूर पढ़ें.

आपको यह गे सेक्स कहानी कैसी लगी, लिखें.
[email protected]

Comments